आज श्री गणेश जी की माता पार्वती अर्थात गौरी माता का आगमन होनेवाला है। इस गणेश उत्सव के समय यह और के सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस वीडियो में देखिये ज्येष्ठ गौरी पूजन का महत्त्व क्या है Don't forget to Share, Like & Comment on this videoSubscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY १ ज्येष्ठ गौरी पूजा या गौरी तीज व्रत एक प्रचलित तीन दिन का त्योहार है जो गणेश चतुर्थी के बीच होता है२ महाराष्ट्र में, मराठी महिलाएं गौरी पूजा का व्रत रखती है जो माता पार्वती को समर्पित है। ३ गौरी पूजा के दिन, विवाहित महिलाएं माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देवी की दो मूर्तियों की स्थापना कर उनकी पूजा करती है ४ सुंदर सारी और आभूषणों के साथ सजाकर गौरी माता को भगवान गणेश की मूर्ति के बगल में रखा जाता है ५ इस उत्सव के पहले दिन देवी गौरी का घर में स्वागत किया जाता है जिसे गौरी आवाहन कहते है ६ दूसरे दिन मुख्य मूर्ति की पूजा की जाती है और तीसरे दिन इसे पानी में विसर्जित किया जाता है ७ ऐसा माना जाता है की गौरी माता का आगमन विवाहित जोड़ियों के लिए बहुत शुभ होता है क्योंकि यह उनके लिए स्वास्थ्य, धन और समृद्धि लाती है ८ इस दिन अगर किसी को गौरी पूजा करना संभव नहीं है तो वे सत्यनारायण की पूजा करते है ९ ऐसे भक्तिपूर्ण वीडियो देखने के लिए अर्था चॅनेल से जुड़े रहें Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/ Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/ Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/ Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel