Don't forget to Share, Like & Comment on this videoSubscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY १ श्री राघवेन्द्र स्वामी या राघवेंद्र तीर्थ एक प्रसिद्ध संत और दक्षिण भारत के द्वैत तत्त्वज्ञान के संरक्षक विद्वान थे २ उनका जन्म १५९५ में एक कन्नड़ माधव ब्राह्मण परिवार में हुआ था। राघवेंद्र स्वामी एक महान विद्वान थे, जिन्होंने शुरुआत से ही शास्त्रों का गहन ज्ञान प्राप्त किया था ३ उन्होंने सुधींद्र तीर्थ के कुंभकोणम केंद्र में प्राचीन वैदिक ग्रंथों और अन्य शास्त्राओं का अध्ययन किया ४ वे एक कुशल संगीतकार और वीणा बजाने में विशेषज्ञ थे। उन्हें अक्सर उनके शिष्यों द्वारा रयरु के रूप में संबोधित किया जाता था।६ उनके गुरु सुधींद्र तीर्थ के मृत्यु के बाद वे श्री मठ के मुख्य गुरु बनने में सफ़ल हुए और उन्होंने मंत्रालयालय में एक महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा की शुरुवात की।६ भगवान कृष्ण के मूर्ति के साथ गहरे भाव से और भक्ति से उनके गीत गाते हुए तल्लीन होते हुए उनके शिष्यों ने उन्हें कई बार देखा ७ उन्होंने अपना जीवन न केवल मानव जाति और भगवान की सेवा में समर्पित किया बल्कि जानवरों के प्रति भी उनके अंदर बहुत करुणा भरी थी ८ उन्होंने सुधा परिमल, न्याय मुक्तावली, दश प्रकरण, चंद्रिका प्रकाश, श्री रामचरितमंजरी, श्री कृष्णचरितमंजरी और अन्य समीक्षाओं पर काम किया।९ धार्मिक संस्कृति और संतों के बारे में अधिक जानकारी के लिए अर्था चॅनेल पर जुड़े रहें Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/ Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/ Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/ Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel