इस वीडियो में देखिए ऋषि अष्टावक्र के जीवन कि उन बातों को जो आप शायद नहीं जानतेDon't forget to Share, Like & Comment on this videoSubscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY १ ऋषि अष्टावक्र हिंदू धर्म के प्रसिद्ध वैदिक संतों में से एक है। आचार्य अरुनी उनके नाना थे, उनके माता-पिता भी आचार्य अरुनी के वैदिक पाठशाला में छात्र थे। २ उनके पिता एक प्रसिद्ध विद्वान और ऋषि थे, जिन्होंने अष्टावक्र को जब वह अपनी मां के गर्भ में थे, तब विभिन्न शिक्षाओं का अर्थ समझाया था ३ ऋषि अष्टावक्र ने अपनी गंभीर अवस्था में भी सभी महत्वपूर्ण वैदिक विषयों में अध्ययन किया और अधिग्रहण किया ४ एक बार उनके पिता जब ऐसी ही शिक्षाओं का ज्ञान दे रहे थे तब उनके पीता से गलती हुई, जो गर्भ में पलने वाले शिशु ने उन्हें दर्शाई। लेकिन इस रूकावट के कारण वह क्रोधित हुए और उन्होंने शिशु को अपंग शरीर के साथ पैदा होने का शाप दिया ५ ऋषि अष्टावक्र का नाम आठ शारीरिक विकृतियों को दर्शाता है जिसके साथ उनका जन्म हुआ था। अष्टावक्र का शाब्दिक अर्थ है आठ वक्र ६ ऋषि अष्टावक्र जल्द ही एक प्रतिष्ठित ऋषि के साथ-साथ महाकाव्य, कहानियों और पुराणों में मनाया जाने वाला चरित्र बन गया ७ अष्टावक्र महाकाव्य एक महाकाव्य है जो ऋषि अष्टावक्र की कथा प्रस्तुत करता है जो हिंदू ग्रंथों में पाया जाता है ८ अष्टावक्र संहिता या अष्टावक्र गीता, ऋषि अष्टवक्र द्वारा लिखी गई थी, जिसमें २० अध्याय शामिल है और महाराजा जनक और ऋषि अष्टावक्र के बीच हुए संवाद भी शामिल है ९ अष्टावक्र गीता आध्यात्मिक बातचीत से जन्मी थी जिसके परिणामस्वरूप मिथिला के विद्वान राजा को आत्म-ज्ञान की प्राप्ति होती है १० तो यह थी अपंग शरीर वाले पर ज्ञानी गुरु की एक अविश्वसनीय कहानी, ऐसी और बातों के लिए देखते रहे अर्था चैनल Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/ Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/ Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/ Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel