सवाईमाधोपुर. मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में चिकित्सा महकमे की अनदेखी से एक दवा वितरण केन्द्र बंद है। इससे महिला मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जानकारी के अनुसार मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में दो दवा वितरण केन्द्र संचालित है लेकिन वर्तमान में केवल एक ही दवा वितरण केन्द्र खुला है। दूसरा बंद होने से दवा के लिए मरीजों की कतार लग रही है। मरीजों ने चिकित्सा प्रशासन से बंद दवा वितरण केन्द्र को खुलवाने की मांग की। सर्दी की विदाई के साथ ही अब धीरे-धीरे मौसम बदलता जा रहा है। बदले मौसम से एकाएक मौसमी बामारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। इन दिनों वायरल बुखार, जुखाम उल्टी, पेट दर्द, दस्त सहित कई बीमारियां लोगों को जकड़ रही है। ऐसे में जिला अस्पताल में पुरानी भवन व मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में मरीजों की भरमार है। ऐसे में जिला अस्पताल में पर्ची काउंटर व दवा वितरण केन्द्र भी कम पड़ रहे है। उधर, मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में हालात ज्यादा खराब है। यहां कहने को तो दो दवा वितरण केन्द्र संचालित है मगर कई दिनों से एक दवा वितरण केन्द्र बंद पड़ा है। इससे मरीजों को परेशानी हो रही है। ढाई हजार पार पहुंची अस्पताल की ओपीडी मौसमी बीमारियों से जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पिछले एक सप्ताह के दौरान अस्पताल की ओपीडी ढाई हजार पार पहुंच गई है। जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ के चलते मेले जैसा माहौल है। गत 17 फरवरी को ओपीडी 2700 रही थी। इन दिनों चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए मरीजों को कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। लोगों को पांच लाइनों में कतार लगानी पड़ रही है। पहली लाइन पर्ची के लिए, दूसरी डॉक्टर को दिखाने, तीसरी पर्ची नंबर, चौथी जांच के लिए कतार और पांचवीं कतार दवा लेने के लिए लगती है। अस्पताल में मेले जैसा बना माहौलमौसम बीमारियों के चलते इन दिनों जिला अस्पताल में मेले जैसा माहौल बना है। सामान्य चिकित्सालय में सवाईमाधोपुर जिले के अलावा श्योपुर(मध्यप्रदेश) सपोटरा (करौली) इंदरगढ़ व लाखेरी(बूंदी) अलीगढ़ (टोंक) के मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे है। ऐसे में सुबह से शाम तक मरीजों की भीड़ नजर आ रही है। अस्पताल की पांच दिन की ओपीडी व आईपीडी पर एक नजर...तिथि ओपीडी आईपीडी19 फरवरी 2150 13118 फरवरी 2400 18117 फरवरी 2700 15116 फरवरी 1015 12515 फरवरी 2025 142