Description
आज मंगलवार है और हम आप के लिए लेकर आये हैं हनुमान जी का संकटमोचन हनुमान अष्टक | जिसको सुनने से हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं और हमारे सारे दुख, डर और परेशानियाँ दूर कर देते हैं। इस को रोज सुबह शाम सुनने से हनुमान जी सफलता के सभी रास्ते खोल देते है। अगर आप को ये हनुमान अष्टक अच्छा लगे तो लाइक, कमेंट, शेयर और Bhakti Sukh Sagar चैनल को सब्सक्राइब जरूर करे। जिससे की आपको हमारे चैनल पर आने वाली वीडियो सबसे पहले मिल सके आप सभी भक्तों से अनुरोध है कि आप "Bhakti Sukh Sagar" चैनल को सब्सक्राइब करें व भजनो का आनंद ले व अन्य भक्तों के साथ Share करें व Like जरूर करें.Please subscribe to the channel and press Bell icon for all the updates, we are coming up with many new Bhajans https://www.youtube.com/bhaktisukhsagarFollow us o Facebook for regular updates:https://www.facebook.com/BhaktiSukhSagar/Follow us on Instagram for new video updates:✌https://www.instagram.com/bhaktisukhsagar/Sankatmochan Hanuman Ashtak is now available on popular music stores. Click below to listen: JioSaavn: https://www.jiosaavn.com/song/baal-samaya-ravi-bhakshi-liyo/AT0vARF,U1o Wynk: https://wynk.in/music/song/baal-samaya-ravi-bhakshi-liyo/pp_8905778737368_INM672209195?q=Baal+Samaya+Ravi+Bhakshi+Liyo Hungama: https://www.hungama.com/song/baal-samaya-ravi-bhakshi-liyo/98338333/ Napster: https://us.napster.com/artist/darvesh-kumar/album/sankatmochan-hanuman-ashtak Youtube Music : https://music.youtube.com/playlist?list=OLAK5uy_nhIkdyZo4-dYR-lp6hw6NrBQI_JJ-xeU0 I Tunes : https://music.apple.com/in/album/sankatmochan-hanuman-ashtak-single/1661785326 Spotify : https://open.spotify.com/track/2mHPYmECkADkuuGN64089n?si=9f4e24f7784c4e34 Amazon Music : https://music.amazon.in/albums/B0BR7DT2TX Qobuz : https://www.qobuz.com/nl-nl/album/sankatmochan-hanuman-ashtak-darvesh-kumar/k10dokxa2nnabSankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics:बाल समय रवि भक्षी लियो तब,तीनहुं लोक भयो अंधियारों ।ताहि सों त्रास भयो जग को,यह संकट काहु सों जात न टारो ।देवन आनि करी बिनती तब,छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो ।को नहीं जानत है जग में कपि,संकटमोचन नाम तिहारो ॥ १ ॥बालि की त्रास कपीस बसैं गिरि,जात महाप्रभु पंथ निहारो ।चौंकि महामुनि साप दियो तब,चाहिए कौन बिचार बिचारो ।कैद्विज रूप लिवाय महाप्रभु,सो तुम दास के सोक निवारो ॥ २ ॥अंगद के संग लेन गए सिय,खोज कपीस यह बैन उचारो ।जीवत ना बचिहौ हम सो जु,बिना सुधि लाये इहाँ पगु धारो ।हेरी थके तट सिन्धु सबे तब,लाए सिया-सुधि प्राण उबारो ॥ ३ ॥रावण त्रास दई सिय को सब,राक्षसी सों कही सोक निवारो ।ताहि समय हनुमान महाप्रभु,जाए महा रजनीचर मरो ।चाहत सीय असोक सों आगि सु,दै प्रभुमुद्रिका सोक निवारो ॥ ४ ॥बान लाग्यो उर लछिमन के तब,प्राण तजे सूत रावन मारो ।लै गृह बैद्य सुषेन समेत,तबै गिरि द्रोण सु बीर उपारो ।आनि सजीवन हाथ दिए तब,लछिमन के तुम प्रान उबारो ॥ ५ ॥रावन जुध अजान कियो तब,नाग कि फाँस सबै सिर डारो ।श्रीरघुनाथ समेत सबै दल,मोह भयो यह संकट भारो Iआनि खगेस तबै हनुमान जु,बंधन काटि सुत्रास निवारो ॥ ६ ॥बंधू समेत जबै अहिरावन,लै रघुनाथ पताल सिधारो ।देबिन्हीं पूजि भलि विधि सों बलि,देउ सबै मिलि मन्त्र विचारो ।